शहर के संभ्रांत लोग ही कर रहे हैं शहर को डैमेज.....??🤔🤔😎😎
*स्कूल संचालक ने अपने अवैध कंस्ट्रक्शन को मूर्त रूप देने के लिए दर्पण कॉलोनी की सड़क को किया दलदल ।*
*देवीपुरम से दर्पण कॉलोनी को जोड़ने वाले सीसी मार्ग को भी किया क्षतिग्रस्त।*
*दर्पण कॉलोनी की निर्माणाधीन सड़क पर ठेकेदार द्वारा डाली गई काली गिट्टी पर फिर से मुरम के डंपर हुए चालू रहवासी परेशान..!*
*चर्चित समाचार एजेंसी।*
*शिवपुरी समाचार।* हाल ही में दर्पण कॉलोनी को जाने वाले मुख्य मार्ग की स्थिति बेहद ही दयनीय थी, कारण यहां से निकलने वाली सड़क को ठेकेदार ने खोद के डाल दिया था ताकि इस पर सड़क का निर्माण कराया जा सके। चुंकि बारिश के समय के कारण ठेकेदार ने सड़क को खोदने के बाद उस पर किसी भी प्रकार का कोई कार्य नहीं किया, नतीजा बारिश और वाहनों के निकलने से वह सड़क दलदल में तब्दील हो गई।इस प्रकरण के बारे में स्थानीय रह वासियों ने अपना दर्द हमारे सामने जाहिर किया जिसे हमने अपने वेबपेज़ charchitsamachar.com के माध्यम से उठाया भी, नतीजा यह हुआ के ठेकेदार ने आनन-फानन में वहां पर (जीएसबी) काली गिट्टी और चूरा डालकर सड़क को चलने के लायक बना दिया। जैसे ही इस सड़क के कुछ हिस्से में काली गिट्टी डाली गई स्थानीय स्कूल संचालक ने स्कूल के अंदर चल रहे निर्माण कार्य के लिए सामग्री (रेत, मुरम, सीमेंट, बजरी, ईंट सरिया,) आदि को उसी रास्ते से अंदर पहुंचना दोबारा से चालू कर दिया इससे हुआ यह कि इस सड़क का इतना बुरा हाल ठेकेदार द्वारा खुदाई के बाद नहीं हुआ था जितना बुरा हाल यहां के संचालक द्वारा बार-बार मुरम के डंपर को अपनी साइट पर बुलवाने से हुआ। डंपरों के बार- बार आने जाने से सड़क की हालत इतनी खराब हो गई कि वहां से भारी वाहन निकलना नामुमकिन हो गया। आखिरकार मुरम के डंपरो, ट्रैक्टरों को स्कूल संचालक ने इस खराब रोड़ को बाईपास करते हुए देवीपुरम की पक्की सी सी रोड से मांगना चालू कर दिया। नतीजा यह हुआ कि अच्छी खासी सड़क जो पिछले सात साल से बराबर लोगों को आने जाने के लिए सर्विस दे रही थी, कुछ ही दिनों में उखड़कर रेत के बुरादे एवम पानी के गड्ढे में तब्दील हो गई, जिसकी जानकारी हमने नगर पालिका के सम्बन्धित अधिकारी को दी। उनका यह कहना था कि, इस सड़क को ठेकेदार ने बनाते समय लापरवाही एवं अनियमितता बरती थी यही कारण है कि यह सड़क पूरी तरह उखड़ चुकी है। इस सड़क को बनाते समय ठेकेदार ने न सिर्फ़ हल्की सामग्री का इस्तेमाल किया बल्कि सड़क की दोनों और नालियों का निर्माण किया जाना था जिसकी न बनने से पानी सड़क पर ठहरने लगा और यही कारण रहा कि सड़क पर से वाहन निकलने से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। इंजीनियर साहब यहां तक ही नहीं रुके वरन उनका तो यह तक कहना था कि सड़क बनाने के बाद ऊपर से डस्ट का बुरादा डालकर इति श्री कर ली गई । यही कारण है कि जब इस सड़क पर से वाहनों का आवागमन हुआ तो यह सड़क क्षतिग्रस्त हो गई।
*7 से 8 साल पुरानी सड़क को इंजीनियर ने बताया पिछले एक या दो साल पुरानी सड़क।*
यहां आपको बता दें कि जब हमारे द्वारा नगर पालिका के इंजीनियर राम वीर शर्मा से बात की गई कि यह सड़क कितनी पुरानी है तो उनका कहना था कि यह सड़क मेरे सामने नहीं बनी है, लेकिन सड़क को देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि इसे साल या 2 साल की हुए हैं। जबकि आसपास के रह वासियों से हमने पता किया तो उनका साफ कहना था कि 7 से 8 साल पहले यह सड़क का निर्माण हुआ था यह सड़क तब से लेकर अब तक बिल्कुल सही थी लेकिन जैसे ही ग्वालियर बायपास सर्कुलर रोड के समीप स्थित एक स्कूल के पीछे कंस्ट्रक्शन कार्य के दरमियान बड़े वाहन (मुरम और रेत के डंपर एवम ट्रॉलीयों) का आवागमन शुरू हुआ तब से यह रोड भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त एवं गड्ढे युक्त हो गई है। अब हमारे लिए बड़ा असमंजस का विषय है कि आखिर जाएं तो जाएं कहां..? यहां एक और ठेकेदार ने दर्पण कॉलोनी की रोड को पूरी तरह से खुद के पटक दिया है वहीं दूसरी ओर भूमाफियाओं द्वारा अपने मनमर्जी के निर्माण कार्य के चलते लोगों को रोज असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
*तमाम जद्दोजहद के बाद रोड पर डली काली गिट्टी तो दूसरे दिन से ही चलने लगे (गिट्टी,मुरम, ईंट,रेत, सीमेंट, बजरी) से भरे डंपर।*
यहां आपको बताना लाजिमी होगा कि जब दर्पण कॉलोनी के निवासी इस रोड पर से निकल पाने में अक्षम थे तब उन्होंने तमाम लोगों से इसके निर्माण की गुहार लगाई। नगर पालिका के जिम्मेदारों से भी इस रोड को चलने लायक बनाने की बात कही, जिस पर नगर पालिका अध्यक्ष ने तत्परता दिखाते हुए न सिर्फ ठेकेदार को खरी खोटी सुनाई वरन यह तक कह दिया कि अगर 24 घंटे में इस रोड को चलने लायक नहीं बनाया तो 25 वे घंटे में तुमको ठेकेदारी सिखा दी जाएगी। नतीजा ठेकेदार द्वारा आनन- फानन में इस रोड पर काली गिट्टी एवम उसका चूरा डालकर रोड़ को चलने के लायक बना दिया,लेकिन इसके कुछ घंटे बाद ही स्कूल संचालक ने अपने मंसूबे पूरे करने के लिए निर्माण कार्य के लिए प्रयुक्त होने वाली सामग्रियों को बड़े वाहनों के साथ यही से निकालना चालू कर दिया नतीजा खुदी हुई सड़क जिस पर काली गिट्टी डाली गई थी दोबारा से कीचड़ तब्दील होने लगी है।
यह बात सही है कि मुझे मीडिया के माध्यम से पता चला था कि वहां की रोड बिल्कुल भी चलने लायक नहीं है इसी वजह से मैंने ठेकेदार को गिट्टी डाल के चलने लायक रोड बनाने की बात कही थी लेकिन बाद में फिर किसी ने उस रोड को खराब किया है तो मैं कल ही देखती हूं।
गायत्री शर्मा
नगर पालिका अध्यक्ष शिवपुरी
मेरा शिवपुरी में हाल ही में ट्रांसफर हुआ है इसीलिए मुझे वास्तविक स्थिति का पता नहीं है। मैं अपने इंजीनियरों से बात करके पता लगाता हूं कि मामला क्या है।
ईशान धाकड़
सीएमओ नगर पालिका शिवपुरी
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