जिला शिवपुरी में दस्तक अभियान के दौरान "दो लाख सोलह हज़ार" बच्चों का होगा स्वास्थय परीक्षण.. अभियान की तैयारियां शुरू..
’दस्तक अभियान’’ के दौरान दो लाख सोलह हजार बच्चो का होगा स्वास्थ्य परीक्षण अभियान की तैयारियों हेतु अंर्तविभागीय जिला स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन-
।।चर्चित समाचार एजेंसी।।
।।शिवपुरी 15/07/25।। पांच साल तक के बच्चों में विभिन्न् प्रकार की बीमारियों की पहचान एवं उनके उपचार हेतु स्वास्थय विभाग शिवपुरी द्वारा 22 जुलाई से 16 सितम्बिर 2025 तक दस्त के साथ डायरिया की रोकथाम हेतु अभियान संचालित किया जायेगा, जिसमें 2 लाख 16 हजार बच्चो का परीक्षण किया जायेगा। अभियान के सफल आयोजन हेतु मुख्य चिकित्सा स्वास्थय अधिकारी कार्यालय शिवपुरी में आज दिनांक 15 जुलाई 2025 को अंर्तविभागीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें स्वास्थय एवं महिला बाल विकास विभाग के जिला स्तरीय व विकासखण्डल स्तरीय अधिकारी शामिल हुये ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थय अधिकारी डॉ.संजय ऋषिश्वर ने जानकारी देते हुये बताया कि दस्त क सह डायरिया की रोकथाम हेतु जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है जिसमें उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बताया गया कि 5 वर्ष से कम उम्र के गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचान त्वरित प्रबंधन एवं आवश्यकतानुसार रेफरल, एचबीएनसी तथा एचबीवायसी की तर्ज पर उच्चतम जोखिम वाले नवजात एवं शिशुओं का चिन्हांकन एवं रेफरल, 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में डिजीटल हिमोग्लोेविन मीटर द्वारा एनीमिया की जॉच तथा प्रोटोकॉल आधारित प्रबंधन, 9 माह से 5 वर्ष तक के समस्त बच्चों को आयु अनुरूप विटामिन ए अनुपूरण, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में शैशव एवं बाल्यकालीन निमोनिया व डायरिया की त्वरित पहचान, प्रबंधन एवं रेफरल, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बाल्यकालीन निमोनिया व डायरिया की त्वरित पहचान, प्रबंधन एवं रेफरल, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बाल्यकालीन दस्त रोग नियंत्रण हेतु समस्त बच्चों को ओ.आर.एस. एवं जिंक टेबलेट की को-पेंकिंग प्रदायगी तथा इसके उपयोग हेतु सामुदायिक जागरूकता में बढावा करना। समुदाय को समुचित शिशु एवं बाल आहारपूर्ति संबंधी समझाईश देना आदि की जानकारी दी गई।
कार्यशाला के दौरान जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.आशीष व्यास ने बताया कि उक्त दस्तक अभियान जिले की समस्त ऑगनवाडी केन्द्र पर संचालित होगा। मॉप-अप दिवस में छूटे हुये बच्चों हेतु गृह भेंट की जावेगी। अभियान में ड्यू लिस्ट जारी करने हेतु सर्वे एवं डिजिटाईजेशन, कार्ययोजना निर्माण, प्रशिक्षण व उन्मुखीकरण, लॉजिस्टक व्यवस्थाओं तथा अभियान के प्रचार प्रसार पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है।
जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी धीरेन्द्र सिंह जादोन द्वारा बताया गया कि परियोजना अधिकारी, सुपरवाईजर व आंगनवाडी कार्यकर्ता उक्त अभियान को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग करेगे, इसके लिये उन्हें निर्दशित कर दिया गया है।
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