"आप हर घर की पहली दुआ" यह कहते हुए केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने आशा-आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से किया संवाद...
*कांग्रेस होती तो ना आशा दीदी का 3500 रुपया होता और ना ही लाडली बहना होती: सिंधिया*
।। चर्चित समाचार एजेंसी।।
।।अशोकनगर 12/10/25।। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री तथा गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज मुंगावली में एक बेहद आत्मीय कार्यक्रम में भाग लिया, जहाँ उन्होंने आशा दीदी और आंगनवाड़ी बहनों के समर्पण को नमन किया। यह कार्यक्रम इन कर्मयोगिनियों के सम्मान में आयोजित किया गया था। केन्द्रीय मंत्री ने आशा दीदी और आंगनवाड़ी बहनों को केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के बारे में बताया।
*गांव में बच्चों के पहले कदमों की मार्गदर्शक हैं आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताः सिंधिया*
सिंधिया ने मंच पर उपस्थित आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 'हर घर की पहली दुआ' और 'गाँव में बच्चों के पहले कदमों की मार्गदर्शक' बताते हुए कहा कि आप हर जीवन के हर पड़ाव पर साथी बन रही हैं। मेरी आशा दीदी सुबह-सुबह नवजात के टीकाकरण का रिमाइंडर देती हैं, और गर्भवती माँ के साथ अस्पताल तक खड़ी रहती हैं। दरअसल मेरी आशा दीदी में त्रिवेणी ईश्वर का संगम है, ये शांति और शक्ति के संगम का प्रतीक हैं। हमारी यह मातृशक्ति ही गाँव की राह में उजाला ले आती है ।
*केंद्र सरकार द्वारा आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिया जा रहा सम्मान और सुरक्षा*
विदित हे कि केंद्र सरकार प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत इन बहनों को पूरी तरह मुफ़्त में 4 लाख रुपये का बीमा सुरक्षा कवच प्रदान कर रही है। इस पर सिंधिया ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी जी की संवेदनशील सोच है जो हमारी बहनों के सर पर सुरक्षा की छाया स्वयं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि WHO ने भी 2022 में ASHA कार्यकर्ताओं को Global Health Leaders' Award से सम्मानित कर देश की सेवा भावना को विश्व मंच पर सराहा है।
*सिंधिया परिवार की परंपरा: माताओं-बहनों का सुरक्षा कवच*
केन्द्रीय मंत्री ने इस अवसर पर अपनी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार और आपका यह बेटा, हमारे तीनों जिलों की माताओं-बहनों और बेटियों का सुरक्षा कवच है। आपको सुरक्षा देना मेरा कर्तव्य भी है और धर्म भी। इसके साथ ही सिंधिया ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। सिंधिया ने कहा की अगर कांग्रेस की दुष्ट सरकार होती तो ना आशा दीदी का 3500 रुपया होता और ना ही लाडली बहना होती।
उन्होंने अपनी दादी, राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी, के शब्दों को याद करते हुए कहा कि जो हाथ एक शिशु के पालने को झुला सकते हैं वो हाथ विश्व पर राज भी कर सकते हैं। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए, उन्होंने बताया कि उनकी निजी पहल से अशोकनगर में 929 बेटियों के सुकन्या समृद्धि योजना के खाते खुलवाए गए हैं । यह उनके बेटियों के सपनों का पहिया है। शिक्षा, शादी, उद्यम या व्यापार सहित हर मोड़ पर यह उनकी आर्थिक स्वायत्तता की पहली सीढ़ी बनेगा।
*आपकी मुस्कान ही भारत की प्रेरणा हैः सिंधिया*
सिंधिया ने अपनी आशा बहनों को हृदय से धन्यवाद दिया, जिन्होंने 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' अभियान को जन-जन का आंदोलन बना दिया। उन्होंने बताया कि उनकी मेहनत से देशभर में 18 लाख से अधिक स्वास्थ्य शिविर लगे और 6.5 करोड़ से भी ज़्यादा महिलाओं को लाभ मिला। उन्होंने कहा कि मैं यहाँ उपस्थित हर आशा बहन, हर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, हर माँ और बेटी से यही कहना चाहता हूँ, आपका आत्मविश्वास ही भारत की शक्ति है, आपकी मुस्कान ही भारत की प्रेरणा है, और आपकी उड़ान ही भारत का भविष्य है। साथ उन्होंने सभी बहनों के साथ संकल्प लिया कि हम हर बेटी को उसके सपनों की उड़ान देंगे, हर माँ को सम्मान देंगे, और हर बहन को आत्मनिर्भर बनाएँगे। यही सच्चा नारी सशक्तिकरण है, यही नए भारत का स्वरूप है ।
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