मीडिया प्रतिबंधित मामले में मेडिकल कॉलेज आया बैकफुट पर, प्रेस रिलीज कर किया खंडन..
मीडिया प्रतिबंधित मामले में मेडिकल कॉलेज आया बैकफुट पर, प्रेस रिलीज कर किया खंडन..
।।चर्चित समाचार एजेंसी।।
।। शिवपुरी 22/08/25।। शिवपुरी वसुंधरा राजे मेडिकल कॉलेज के डीन आज विवादों में घिरते नजर आए मामला सोशल मीडिया के माध्यम से तब सुर्खियों में आया जब बैराड़ के एक प्राइवेट स्कूल का वाहन 16 बच्चे एवं 1 शिक्षिका सहित पुलिया से नीचे गिर गई जिसमें 14 बच्चे एवं शिक्षिका को गंभीर चोटें आईं जिन्हें जिला अस्पताल से सीधा मेडिकल कॉलेज एडमिट कर दिया गया।
जब कुछ मीडिया कर्मी इस मामले को लेकर कवरेज़ करने मेडिकल कॉलेज गए तो उन्हे कॉलेज के एंट्री गेट पर मौजूद सिक्योरिटी स्टाफ ने रोक दिया कारण पूछे जाने पर सिक्योरिटी स्टॉफ ने दलील दी रोक कि मेडिकल कॉलेज में मीडिया के कवरेज पर पूर्णतः प्रतिबंध है, जब मीडिया कर्मियों ने सवाल किया कि आखिर किसके आदेश से मीडिया को अस्पताल में कवरेज करने से रोका गया है तो सिक्योरिटी स्टाफ एवं वाहन की मैनेजर ने कहा की मेडिकल कॉलेज के अधिष्टा था ने हमसे ऐसा करने को कहा है जब इस मामले पर मीडिया कर्मियों ने लिखित आदेश मांगना चाह तो उन्होंने कहा कि आप कॉलेज प्रबंधक से बात कर लीजिए अगर वह कहेंगे तो ही आप अंदर जा सकेंगे।
मीडिया कर्मियों ने यह भी दलील दी कि हम आमजन के चौथे स्तंभ है अगर हम अपना काम नहीं करेंगे तो जनता तक सच्चाई कैसे पहुंचेगी..? जिस पर सिक्योरिटी गार्ड एवं मेडिकल स्टाफ का यह कहना था कि आप लोग अंदर जाएंगे तो मरीज को कई तरह के इन्फेक्शन होने की संभावना है अतः आप अंदर नहीं जा सकते। मीडिया कर्मियों ने यहां तक कहा कि अंदर बच्चों की हालत जानने के लिए खुद पोहरी के विधायक कैलाश कुशवाह अपने समर्थकों के साथ गए हैं क्या उनसे किसी प्रकार का इन्फेक्शन होने की संभावना नहीं है जिस पर कॉलेज स्टाफ ने पूरी तरह चुप्पी साध ली।
मामले ने तूल पकड़ा तो नींद से जागे डीन...
इस घटना के लगभग 3 घंटे बाद कॉलेज प्रबंधन के द्वारा एक खंडन पत्र प्रस्तुत किया गया जिसमें स्पष्ट किया गया कि मीडिया कर्मी हमारे सहयोगी हैं और इस मेडिकल कॉलेज में मीडिया के आने एवं कवरेज करने पर किसी प्रकार का कोई रोक नहीं है।
गेट पर मौजूद दो सिक्योरिटी गार्डस को हटाया खुद को किया सेफ...
सोशल मीडिया में यह बात भयंकर तेजी से फैली जिसका असर चारों ओर देखने को मिला। इसी असर के चलते मेडिकल कॉलेज के डीन डी परमहंस ने प्राइवेट आउट सोर्स कंपनी में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड जो मेडिकल कॉलेज में अपनी सेवाएं दे रहे थे उन कर्मचारियों को उनके कार्यों से मुक्त कर दिया। कहीं ना कहीं यह कार्रवाई इस बात का प्रमाण है कि शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में गड़बड़झाला सामने आने के बाद स्थिति संभालने के लिए गरीबों की बलि दे दी जाती है।
यह कहा कांग्रेस पार्टी से पोहरी विधायक ने..
यह भाजपा के भ्रष्टाचार की नजीर है जो मीडिया कर्मियों को कवरेज करने से रोका जाता है जरूर कोई ना कोई दाल में काला मेडिकल कॉलेज में चल रहा है अगर मीडिया अंदर आएगी तो निश्चित तौर पर कुछ ना कुछ गड़बड़झाला सामने आएगा इसीलिए मीडिया को रोका गया है।_
*पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह*
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