News Breaking
Live
wb_sunny

Breaking News

सुरेश राठखेड़ा मौके पर मौजूद थे, वीडियो और फ़ोटो भी गवाह थे आप जांच कराओ, नहीं निकले तो दूंगा इस्तीफा..

सुरेश राठखेड़ा मौके पर मौजूद थे, वीडियो और फ़ोटो भी गवाह थे आप जांच कराओ, नहीं निकले तो दूंगा इस्तीफा..


मध्यप्रदेश की विधानसभा में कैलाश ने उठाया बैराड़ का जूता कांड..

।।चर्चित समाचार एजेंसी।।
।।शिवपुरी07/08/25।। शिवपुरी जिले में पोहरी विधानसभा के बैराड़ कस्बे में भाजपा नेताओं की मौजूदगी में एक व्यापारी के पुत्र के सिर पर बीच बाजार में दो भाईयों के जूते रखवाने का मामला बुधवार को विधानसभा में गूंजा। पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह ने मामले में पंचायत के लिए पोहरी के पूर्व विधायक एवं राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा व उनके साथियों को पंचायत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए पंचायत में शामिल प्रत्येक व्यक्ति पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यहां तक कहा है कि जो भी व्यक्ति यह कह रहा है कि वह उस समय वहां मौजूद नहीं था तो उसकी सीडीआर जांच करवा कर मोबाइल लोकेशन निकलवा ली जाए। विधानसभा में विधायक कैलाश कुशवाह ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो मैं अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा। 
क्या था पूरा मामला जिसे विधानसभा में उठाया..?
कुछ दिन पहले बैराड़ निवासी व्यवसायी मनीष गुप्ता के पुत्र सार्थक व जिलाबदर आरोपित रहे, सुल्तान रावत के पुत्र कुलदीप के बीच तालाब पर विवाद हो गया था। इस मुंहवाद के बाद मनीष ने अपने दोस्तों के साथ कुलदीप के साथा हाथापाई कर दी थी। उस समय कुलदीप ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज नहीं कराई, लेकिन दोनों पक्षों में झगड़ा चलता रहा। अंत में आज हालात यह बने कि झगड़े काे सुलझाने के लिए पूर्व विधायक एवं मंत्री सुरेश राठखेड़ा, भाजपा मंडल महामंत्री पवन गुप्ता सहित कई राजनेताओं और समाजसेवियों को एकत्रित होना पड़ा। सभी लोगों की पंचायत हुई और अंत में यह निर्णय लिया गया कि सार्थक, कुलदीप व छोटू का जूता अपने सिर पर रखकर माफी मांगेगा तो ही विवाद खत्म होगा। अंत में सार्थक ने दोनों के जूते उठाकर सिर पर रखा और माफी मांगी, तब उसे माफ किया गया।
सोशल मीडिया एवम अखबारों में मामले ने तूल पकड़ा तो हुई FIR..
यह मामला सोशल मीडिया एवम अखबारों की सुर्खियां बनने के उपरांत इस मामले में पुलिस ने शिकायत के आधार पर दोनों भाईयों कुलदीप रावत, छोटू रावत के खिलाफ एफआईआर करते हुए। छोटू रावत को गिरफ्तार कर उसका नगर में जुलूस निकाला था, जबकि कुलदीप फरार हो गया था। कुलदीप ने बाद में न्यायालय में सरेंडर किया था।

Tags

Newsletter Signup

Sed ut perspiciatis unde omnis iste natus error sit voluptatem accusantium doloremque.

एक टिप्पणी भेजें