आखिरकार पप्पू को किसका संरक्षण क्यों नहीं की पुलिस ने एफ आई आर..??
अमोलपठा के पप्पू बधेल की क्लिनिक फिर सील्ड..
।।चर्चित समाचार एजेंसी।।
।। शिवपुरी 16 सितम्बर 2025।।
एक 8 साल के बच्चे सुखवीर आदिवासी पुत्र कैलाश आदिवासी निवासी उड़वाया तहसील करैरा को मौत के घाट उतारने वाले अमोलपाठा स्थित झोलाछाप डॉक्टर पप्पू बघेल पर पुलिस ने 4 माह गुजर जाने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की जबकि बच्चे के परिजन न्याय के लिए दर-दर भटकते रहे, वहीं यह मामला स्वास्थ्य विभाग शिवपुरी के संज्ञान में आया तो उन्होंने अपनी जांच में अमोलपाठा स्थित क्लीनिक चलाने वाले पप्पू बघेल को बिना बैध डिग्री धारक पाते हुए एफ आई आर के लिए एक आवेदन संबंधित थाने को पहुंचा दिया था इसके बाद भी पुलिस ने पप्पू बघेल पर एफ आई आर दर्ज कर उसे गिरफ्तार नहीं किया। जब कि इस पूरे मामले के पश्चात भी पप्पू बघेल अपनी क्लिनिक को वहीं पर दोबारा चलाते हुए पाया गया जिसे कल दोपहर स्वास्थ विभाग की टीम ने जाकर दूसरी बार सील कर दिया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार करैरा विकासखंड के ग्राम अमोलपठा में पप्पू बधेल की क्लिनिक स्वास्थ्य विभाग के छापामार दल द्वारा एक बार फिर से संचालित होते हुए पाए जाने पर सील्ड कर दी गई है। इस क्लिनिक को दो माह पूर्व अवैध संचालन में सील्ड कर पुलिस कार्यवाही हेतु सूचना दी गई थी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषीश्वर ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया कि ग्राम आमोलपठा में पप्पू बधेल नाम का व्यक्ति क्लिनिक का संचालन कर रोगियों का उपचार कार्य करता है। दो माह पूर्व स्वास्थ्य विभाग के दल ने अमोलपठा क्षैत्र का औचक निरीक्षण कर पप्पू बधेल को रोगियों का उपचार करते हुए पाया था व उसके क्लिनिक पर दवाएं भी पाई गई थीं। जिस पर उन्हें वैध चिकित्सकीय कार्य करने हेतु शैक्षणिक योग्यता व चिकित्सकीय कार्य का पंजीयन मांगा गया था। जिसे तत्काल प्रस्तुत न करने पर क्लिनिक को निरीक्षण दल द्वारा सील्ड करने की कार्यवाही करते हुए दस्तावेज प्रस्तुत करने की अवधि दी गई समय अवधि में दस्तावेज प्राप्त न होने के उपरांत पुलिस कार्यवाही हेतु विधि सम्मत प्रक्रिया की गई, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के दल ने आज जब दुबारा आमोल पठा क्षैत्र का भ्रमण किया तो पुनः पप्पू बधेल की क्लिनिक को संचालित होता हुआ पाया जिस पर पुनः क्लिनिक को सील्ड करने की कार्यवाही की गई है।
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