क्या सीएमओ और अध्यक्ष की जुगलबंदी दे पाएगी शहर को नई दिशा..?? क्या फ़िर चलेगा कोई हिडन फार्मूला..
अध्यक्ष के बाद अब सीएमओ भी आए सड़कों पर आमजन से कहा..
*हम काम कर रहे हैं आप कॉपरेट करो.. कचरा केवल गाड़ी में डालें या चिन्हित डंपिंग प्लेस पर..*
।। चर्चित समाचार एजेंसी।।
।।शिवपुरी 10/10/25।। पिछले तीन माह से नगर पालिका के बागी पार्षदों और जिम्मेदारों के बीच चल रही खींचतान अब कुछ समय के लिए विराम ले चुकी है। चूंकि इस लड़ाई में पूरा शहर त्राहिमाम करने लगा था, साफ-सफाई बिजली और पानी की व्यवस्था को लेकर शहर का नागरिक आए दिन सोशल मीडिया पर अपना दुखड़ा रोता नजर आ रहा था। इसी बीच नगर पालिका शिवपुरी के तेज तर्रार सीएमओ भी back pain की समस्या को लेकर लंबी छुट्टी पर चले गए, तो कलेक्टर शिवपुरी ने व्यवस्था को चलाए रखने के लिए एसडीएम को प्रभारी सीएमओ के रूप में नियुक्त करवा दिया पर एसडीएम भी साफ सफाई, बिजली और पानी की व्यवस्था को लेकर परफॉर्मेंस दे ही नहीं पाए जिससे शहर में गंदगी और उससे फैलने वाली बीमारी की समस्या बढ़ने लगी। लंबी छुट्टी और सस्पेंशन के ऑर्डर से स्टे के बाद सीएमओ इशांक धाकड़ ने शिवपुरी नगरपालिका में चार्ज वापस ले लिया और लग गए सिर्फ तीन सूत्रीय कार्यक्रम में। पहला शहर में साफ सफाई दूसरा नगर के मुख्य मार्गों और वार्डों में पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था और तीसरा हर घर पानी कैसे पहुंचे इस पर मंथन..? और इस मंथन और चिंतन में कई स्थाई और अस्थाई कर्मचारियों के विकेट भी चटक गए।
*दो बत्ती सहित कई स्थानों पर पहुंचे सीएमओ तो वहीं अध्यक्ष ने भी प्रतिष्ठान संचालकों को दी कठोर चेतावनी..*
सीएमओ इशांक धाकड़ और नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने त्यौहारी सीजन को देखते हुए साफ सफाई व्यवस्था को लेकर कमर कस ली है। आज विभिन्न वार्डों के मुख्य मार्गो पर होते हुए दो बत्ती के किनारो पर खड़े रेहड़ी ठेले वालों को सीएमओ ने समझाईश दी कि आप अपने ठेलों को ऐसे लगाओ कि आपके ग्राहक रोड पर गाड़ियां ना खड़ी करें और यातायात अव्यवस्थित ना हो सके। साथ ही खाली डस्टबिन भी अपने प्रतिष्ठान या ठेलों के पास रखें, कचरे को कचरा वाहन में ही डालें, कचरा वाहन का रुकने का इंतजार करें और अपने डस्टबिन के कचरे को खाली पड़े प्लाटों में ना फेंके,अभी यह समझाइए दी जा रही है बाद में दंडनीय कार्रवाई के लिए भी आप तैयार रहिएगा।
*सीएमओ के कड़े तेवर के बाद कर्मचारी भी डर से काम पर उतरे..*
सीएमओ इशांक धाकड़ ने लगातार तीन दिवस में लगभग 37 अस्थाई और स्थाई कर्मचारियों के विकेट चटका दिए जिससे समूची नगर पालिका के कर्मचारियों के मन में काम के प्रति लापरवाही बरतने पर नौकरी जाने या सस्पेंड होने का डर इस कदर समा गया है कि वह बिना बताए ही अपने काम पर पहुंच रहे हैं और किसी प्रकार की कोई भी त्रुटि काम में ना हो यह ध्यान भी रख रहे हैं।
*अध्यक्ष और सीएमओ की जुगल बंदी ने दिया संदेश..
*हम शहर की व्यवस्था सुधारेंगे आप शहर के वातावरण को सुधारिए..*
लगातार अतिक्रमण पर कार्रवाई और साफ सफाई को लेकर नगर पालिका के जिम्मेदारों का सड़कों पर आना यह प्रदर्शित कर रहा है कि ऊपर से पूरी तरह नकेल कस दी गई है और सिर्फ यही संदेश दिया गया है कि पहले बस तीन मुद्दों पर आपको ज्यादा मेहनत करनी है इसके अलावा आपको जो ज्यादा जरूरी लगता है ध्यान दिया जा सकता है। इस क्रम में पहले साफ-सफाई दूसरा पेयजल व्यवस्था और तीसरा समुचित प्रकाश की व्यवस्था और जिस पर दोनों ही जिम्मेदार अध्यक्ष और सीएमओ जुगलबंदी से शहर को अपना हुनर दिखा रहे हैं।
साथ ही यह भी कह रहे हैं कि हम हमारे शहर को अब कचरा मुक्त और अंधकार मुक्त बना कर रहेंगे बस आप यानि कि शहर की जनता नकारात्मक (इंस्प्रेटिव ऑफ नेगेटिविटी) विचारों से अपने आप को और अपने शहर को बचाएं, क्योंकि कुछ विघ्न संतोषी नहीं चाहते कि यह शहर भी अन्य विकसित शहरों की तरह तरक्की पर आए।
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